यमुनानगर में रेलवे स्टेशन के नजदीक लीज पर दी गई साढ़े 10 बीघे जमीन पर कब्जा करने पहुंचे मालिकों और हिमाचल प्रदेश के वन विभाग की पुलिस
यमुनानगर, 23 मार्च। यमुनानगर में रेलवे स्टेशन के नजदीक लीज पर दी गई साढ़े 10 बीघे जमीन पर कब्जा करने पहुंचे मालिकों और हिमाचल प्रदेश के वन विभाग की पुलिस के बीच में शनिवार को विवाद हो गया। मौके पर यमुनानगर शहर की पुलिस को भी बुलाया गया। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है।
जमीन ने मालिक दिल्ली निवासी रोबिन सिंह का कहना है कि हमने यह जमीन हिमाचल प्रदेश के वन विभाग को 99 साल की लीज पर दी थी। जिसको लेकर तत्कालीन हिमाचल सरकार ने अक्टूबर 2022 में विधानसभा में विधेयक पास किया था। जिस शर्त पर हमने हिमाचल सरकार को 4 करोड़ 60 लाख रूपये जमा करवा दिए और अपनी मलकियत के कागजात भी दे दिए। और सुप्रीम कोर्ट से अपना केस भी वापिस ले लिया। लेकिन हिमचल प्रदेश के वन विभाग के अधिकारी इसे लेकर हमें परेशान करने लगे और जमीन से कब्जा खाली करने से मना करते रहें। जिसे लेकर हम जगाधरी की कोर्ट में कब्जे की लड़ाई लड रहे थे। 19 मार्च को कोर्ट द्वारा हमारे हक में फैसला आ गया और आज हम मजदूरों को लेकर कब्जे वाली जमीन पर काम शुरू करने आए थे। लेकिन हिमाचल प्रदेश के वन विभाग के अधिकारी कब्जा छोड़ने से इंकार कर रहे है।
वहीं वन विभाग के अधिकारी नंद लाल ठाकुर का कहना है कि हमने केस को लेकर आगे अपील की हुई है। हम अभी कब्जा नही दे सकते।
वहीं जिला पुलिस अधीक्षक ने दोनों ही पक्षों को एक सप्ताह का समय दे दिया है ताकि केस से संबंधित कोर्ट के आदेश को देखने के बाद पुलिस इस पर अपना आदेश दे सकें।
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