महेन्द्रगढ़ के नीरज मेधार्थी बने असिस्टेंट प्रोफेसर, पूरे क्षेत्र में खुशी का माहौल*



महेंद्रगढ़  के नीरज मेधार्थी बने असिस्टेंट प्रोफेसर, पूरे क्षेत्र में खुशी का माहौल

 *पवन खायरा 9653538107 




महेन्द्रगढ़ जिले के आदर्श कॉलोनी निवासी नीरज मेधार्थी (बालरोडिया) सुपुत्र राजेश कुमार (हरियाणा पुलिस) का 29 वर्ष की आयु में केन्द्रीय विश्वविद्यालय राजस्थान में असिस्टेन्ट प्रोफेसर के रुप में चयन हुआ, पत्रकारों से जानकारी देते हुए नीरज ने बताया कि वर्तमान में वो केंद्रीय विश्वविद्यालय हरियाणा में योग विभाग के अंतर्गत प्रोफेसर/अधिष्ठाता नीलम सांगवान व डॉक्टर अजय पाल के मार्गदर्शन में योग व भारतीय गाय पर शौध कार्य कर रहे थे। इससे पहले उन्हीने स्वामी विवेकानन्द यूनिवर्सिटी से मेरिट के साथ एमएससी की डिग्री प्राप्त की तथा अपने पहले प्रयास में ही 2019 में नेंट परीक्षा को भी उतीर्ण किया। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर टनकेश्वर कुमार को उन्होंने अपना प्रेरणास्त्रोत व मार्गदर्शक बताते हुए कहा कि अभी तक उन्होंने 8 शोध पत्रों को राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय जर्नल्स में प्रकाशित किया है तथा साथ ही 5 राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय कांफ्रेंस में अपने शौध पत्र भी प्रस्तुत किये हैं।



नीरज मेधार्थी को एक राष्ट्रीय कांफ्रेंस में श्रेष्ठ प्रस्तुति का अवार्ड भी हासिल हो चुका है।




विश्वविद्यालय में रहते हुए उन्होंने ध्यान करने की एक कला भी विकसित की जिससे कि समाज के अनेकों जन लाभ प्राप्त कर रहे हैं। 

सफलता का सूत्र बताते हुए नीरज ने कहा कि निस्वार्थ भाव से सेवा व प्रचण्ड पुरुसार्थ ही व्यक्ति को शिखर पर पहुंचा सकते हैं। भविष्य की योजनाओं व लक्ष्यों के बारे में जानकारी देते हुए उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों को श्रेष्ठ शिक्षा के साथ, समाज के जन जन को निःशुल्क चिकित्सा उपलब्ध कराना उनका प्राथमिक लक्ष्य है तथा इस दिशा में उन्होंने कार्य भी शुरू कर दिया है।



उनके बड़े भाई विकास कुमार ने बताया कि केंद्रीय विश्वविद्यालय राजस्थान में केवल 1 पद के लिए भर्ती निकली थी, नीरज का उसमे चयन होने से पूरे क्षेत्र में खुशी का माहौल है। नीरज ना केवल एकेडमिक्स में अपितु सामाजिक कार्यों में भी जिले में बढ़ चढ़ कर हिस्सा लेते रहे हैं। वो हरियाणा में सैकड़ों गो विज्ञान कथा, योग कैम्प व स्वास्थ्य जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन कर चुके हैं। 



माता बिमला देवी ने बताया कि नीरज बचपन से ही मेधावी रहा, तथा हमेशा समाज के लिए , गो माता व सनातन संस्कृति के लिए कुछ करने की तड़प उसके भीतर रहती थी। इसी सेवा भाव से ही उसे आज इतने बड़े पद की प्राप्ति हुई।

इतनी बड़ी सफलता प्राप्त करने का श्रेय नीरज ने ईश्वर, माता पिता, गुरुजनों व सभी सहयोगियों को दिया।




सम्पर्क नम्बर :- 8708054063

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